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Toggleउत्पन्ना एकादशी 2024: शुभ मुहूर्त और महत्व’
सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। इस साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना एकादशी 26 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन से एकादशी व्रत की शुरुआत करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
शुभ मुहूर्त (2024)
- तिथि प्रारंभ: 25 नवंबर 2024 को रात 02:56 बजे
- तिथि समाप्त: 26 नवंबर 2024 को रात 01:43 बजे
- व्रत और पूजा: 26 नवंबर 2024 (उदय तिथि के अनुसार)
उत्पन्ना एकादशी का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन देवी एकादशी ने मुर नामक राक्षस का वध किया था और भगवान विष्णु की रक्षा की थी। यह दिन भगवान विष्णु के आशीर्वाद प्राप्त करने और जीवन के अंत में उनके श्रीचरणों में स्थान पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
पूजा विधि
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
- भगवान विष्णु को पीले वस्त्र और पीली मिठाई अर्पित करें।
- देवी लक्ष्मी की भी विधिवत पूजा करें।
- पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
- ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
Highlights:
- एकादशी व्रत से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
- इस दिन लक्ष्मी-नारायण की पूजा करने से सुख-समृद्धि मिलती है।
- उत्पन्ना एकादशी से व्रत की शुरुआत करना शुभ है।