गायब होने का बंगाली मंत्र एक प्राचीन तंत्र साधना है, जिसका उपयोग अदृश्यता प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह मंत्र केवल कठोर तपस्या और साधना के बाद सिद्ध होता है। प्राचीन ग्रंथों और बंगाली तंत्र विद्या में इस मंत्र का उल्लेख मिलता है। आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे गायब होने के मंत्र, उसकी साधना विधि और इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में।
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Toggleगायब होने का बंगाली मंत्र क्या है?
बंगाल अपनी तंत्र विद्या और शक्तिशाली मंत्रों के लिए प्रसिद्ध है। इन मंत्रों का उपयोग साधक अपनी आत्मरक्षा और अदृश्यता प्राप्त करने के लिए करते हैं। गायब होने का बंगाली मंत्र अदृश्यता का सबसे प्राचीन और शक्तिशाली उपाय माना जाता है।
इस मंत्र के प्रयोग से व्यक्ति दूसरों की नजरों से छिप सकता है और जब चाहे तब प्रकट हो सकता है। लेकिन इसे सही तरीके से और गुरु के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए।
मंत्र 1: गायब होने का बंगाली मंत्र
“गा बंध गा बंध अष्ट मुकाम बंध सर्व बंध सार बंध बंध कोलम पार सभार गायर सार लाग च झिलमिल लाग सभार चोक टानिया आनी हमार चोखे जद हमार मंत्र ल ईश्वर महादेव ज भूमि का काम कमामा का महादेव का नरसिंह राञ।”
विधि:
- किसी भी ग्रहण काल में इस मंत्र का 1008 बार जाप करें।
- ऐसा तीन ग्रहण काल (सूर्य या चंद्र) के दौरान करें।
- हर बार मंत्र के बाद घी का दीपक और गूगल धूप जलाएं।
- जब मंत्र सिद्ध हो जाए, तो इसका प्रयोग अदृश्य होने के लिए करें।
मंत्र 2: शरीर बंधन मंत्र
“बिस्मिल्ला हिर रहमान रहीम अलीफ बाता छा इया फा वाहा कप अलिफ हरफ जीन सुरर बादशा।”
विधि:
- इस मंत्र का प्रयोग शरीर बंधन के लिए किया जाता है।
- इसे ग्रहण काल में 1008 बार पढ़ें।
- तीन ग्रहण काल तक इसे नियमित करें।
- जब मंत्र सिद्ध हो जाए, तो इसका उपयोग किसी भी नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के लिए करें।
मंत्र सिद्धि की विधि
- ग्रहण काल का चयन करें:
- इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए ग्रहण काल (सूर्य या चंद्र ग्रहण) सबसे उपयुक्त समय है।
- तीन ग्रहण कालों में इस मंत्र का 1008 बार जाप करें।
- साधना स्थल:
- एकांत और शांत जगह का चयन करें।
- मंत्र जाप के लिए घी का दीपक और गूगल धूप का प्रयोग करें।
- सिद्धि की प्रक्रिया:
- प्रत्येक ग्रहण में 1008 बार मंत्र का जाप करें।
- दीपक के सामने लौंग का जोड़ा, फूल और मिठाई अर्पित करें।
- तीन ग्रहण काल पूरे होने के बाद मंत्र सिद्ध हो जाएगा।
- प्रयोग:
- अदृश्य होने के लिए मंत्र का 101 बार जाप करें।
- मंत्र जाप के बाद पानी पर फूंक मारें और उसे पी लें।
गायब होने के बंगाली मंत्र के फायदे
- अदृश्यता:
- यह मंत्र आपको दूसरों की नजरों से छुपा देता है।
- आप अपनी उपस्थिति को नियंत्रित कर सकते हैं।
- आत्मरक्षा:
- नकारात्मक ऊर्जा, तंत्र-मंत्र, और बुरी शक्तियों से बचाव।
- तंत्र क्रियाओं का प्रतिकार:
- इस मंत्र के प्रयोग से आप किसी भी तंत्र क्रिया को निष्क्रिय कर सकते हैं।
गायब होने के मंत्र से जुड़ी सावधानियां
- गुरु का मार्गदर्शन:
- बिना गुरु के मार्गदर्शन के इस मंत्र का प्रयोग न करें।
- सकारात्मक उद्देश्य:
- मंत्र का उपयोग केवल आत्मरक्षा और भलाई के लिए करें।
- सिद्धि से पहले प्रयोग न करें:
- मंत्र सिद्धि के बिना इसका प्रयोग असफल हो सकता है।
तंत्र मंत्र में बंगाल की महिमा
बंगाल को तंत्र मंत्र का केंद्र माना जाता है। मायोंग जैसे स्थान अदृश्यता और अन्य तंत्र साधनाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। इन मंत्रों का उपयोग साधक नकारात्मक शक्तियों का सामना करने और अपनी ऊर्जा को नियंत्रित करने के लिए करते हैं।
गायब होने का बंगाली मंत्र इस परंपरा का एक अद्भुत हिस्सा है, जो आज भी साधकों द्वारा उपयोग किया जाता है।
गायब होने का मंत्र: प्रयोग के दौरान अनुभव
जब साधक इस मंत्र का अभ्यास करता है, तो वह अद्भुत अनुभव प्राप्त करता है। सही साधना के बाद, व्यक्ति को महसूस होता है कि उसका शरीर धीरे-धीरे अदृश्य हो रहा है। यह प्रक्रिया मंत्र सिद्धि के दौरान महसूस होती है।
निष्कर्ष
गायब होने का बंगाली मंत्र एक शक्तिशाली तंत्र साधना है, जो कठोर तपस्या और नियमों का पालन करने के बाद सिद्ध होती है। यह मंत्र आत्मरक्षा, अदृश्यता और नकारात्मक शक्तियों से बचाव के लिए उपयोगी है।
याद रखें, इस मंत्र का प्रयोग सकारात्मक उद्देश्यों के लिए करें और गुरु के मार्गदर्शन में ही इसका अभ्यास करें।