lingashtakam lyrics in hindi
lingashtakam lyrics in hindi भगवान शिव की महिमा का गुणगान करने वाला एक प्रसिद्ध स्तोत्र है। इसका पाठ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और कई आध्यात्मिक और भौतिक लाभ मिलते हैं। यहाँ लिंगाष्टकम् पढ़ने के 15 लाभ बताए गए हैं:
ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगं
निर्मलभासित शोभित लिंगम् |
जन्मज दुःख विनाशक लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 1 ‖
देवमुनि प्रवरार्चित लिंगं
कामदहन करुणाकर लिंगम् |
रावण दर्प विनाशन लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 2 ‖
सर्व सुगंध सुलेपित लिंगं
बुद्धि विवर्धन कारण लिंगम् |
सिद्ध सुरासुर वंदित लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 3 ‖
कनक महामणि भूषित लिंगं
फणिपति वेष्टित शोभित लिंगम् |
दक्षसुयज्ञ विनाशन लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 4 ‖
कुंकुम चंदन लेपित लिंगं
पंकज हार सुशोभित लिंगम् |
संचित पाप विनाशन लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 5 ‖
देवगणार्चित सेवित लिंगं
भावै-र्भक्तिभिरेव च लिंगम् |
दिनकर कोटि प्रभाकर लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 6 ‖
अष्टदळोपरिवेष्टित लिंगं
सर्वसमुद्भव कारण लिंगम् |
अष्टदरिद्र विनाशन लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 7 ‖
सुरगुरु सुरवर पूजित लिंगं
सुरवन पुष्प सदार्चित लिंगम् |
परमपदं परमात्मक लिंगं
तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ‖ 8 ‖
लिंगाष्टकमिदं पुण्यं यः पठेश्शिव सन्निधौ |
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ‖
इति श्री लिंगाष्टकम् ||
लिंगाष्टकम् पाठ के 15 प्रमुख लाभ:
- पापों का नाश: लिंगाष्टकम् का पाठ करने से व्यक्ति के सभी प्रकार के पाप समाप्त हो जाते हैं और आत्मिक शुद्धि प्राप्त होती है।
- शिव कृपा प्राप्ति: लिंगाष्टकम् का नियमित पाठ भगवान शिव को प्रसन्न करता है और उनकी कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
- सकारात्मक ऊर्जा: इस स्तोत्र के जप से व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है।
- संकटों का निवारण: जीवन में आने वाले सभी संकटों और विघ्नों से मुक्ति मिलती है। भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति हर चुनौती का सामना कर सकता है।
- धन-संपत्ति की प्राप्ति: लिंगाष्टकम् का पाठ व्यक्ति के आर्थिक पक्ष को मजबूत करता है और धन-समृद्धि प्राप्त होती है।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: लिंगाष्टकम् के जप से शरीर और मन स्वस्थ रहते हैं। बीमारियों से मुक्ति और मानसिक शांति मिलती है।
- विवाह में आने वाली बाधाओं से मुक्ति: जो लोग विवाह में देरी या अन्य समस्याओं का सामना कर रहे होते हैं, उनके लिए यह स्तोत्र लाभकारी होता है।
- मोक्ष की प्राप्ति: लिंगाष्टकम् का पाठ करने से व्यक्ति को मोक्ष का मार्ग प्राप्त होता है और मृत्यु के बाद शिवलोक जाने का सौभाग्य मिलता है।
- कर्ज से मुक्ति: इस स्तोत्र का जप करने से कर्ज और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है, और आर्थिक स्थिरता आती है।
- मृत्यु भय से मुक्ति: भगवान शिव की कृपा से मृत्यु का भय समाप्त होता है, और व्यक्ति निर्भीक जीवन जी सकता है।
- सफलता और उन्नति: लिंगाष्टकम् का पाठ जीवन में सफलता और उन्नति प्रदान करता है। इससे व्यक्ति के सभी कार्य सफल होते हैं।
- परिवार में शांति: इस मंत्र के प्रभाव से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और पारिवारिक कलह समाप्त होते हैं।
- अपराजेय बल: लिंगाष्टकम् के जप से व्यक्ति को आंतरिक और बाहरी बल प्राप्त होता है, जिससे वह हर परिस्थिति का सामना कर सकता है।
- अकाल मृत्यु का नाश: इस स्तोत्र के पाठ से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है और व्यक्ति को दीर्घायु प्राप्त होती है।
- आध्यात्मिक जागरण: लिंगाष्टकम् का नियमित पाठ व्यक्ति के आध्यात्मिक जागरण में सहायक होता है, और उसे ईश्वर के प्रति श्रद्धा और विश्वास में वृद्धि होती है।
निष्कर्ष:
लिंगाष्टकम् का पाठ भगवान शिव की महिमा का गुणगान करने वाला अत्यंत प्रभावी स्तोत्र है, जो भक्तों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। इसके नियमित पाठ से व्यक्ति को पापों से मुक्ति, मानसिक और शारीरिक शांति, और आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है। यह स्तोत्र न केवल भक्तों को मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर करता है, बल्कि उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और समृद्धि भी प्रदान करता है।
लिंगाष्टकम् का पाठ जीवन में आने वाली सभी प्रकार की समस्याओं, जैसे कि आर्थिक तंगी, पारिवारिक कलह, और मानसिक तनाव को दूर करने में सहायक होता है। भगवान शिव की कृपा से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है, और व्यक्ति दीर्घायु के साथ जीवन का आनंद उठा सकता है।
यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक जागृति की ओर भी प्रेरित करता है, जिससे उनका ईश्वर के प्रति विश्वास और समर्पण बढ़ता है। संक्षेप में, लिंगाष्टकम् का पाठ करने से जीवन में समृद्धि, शांति, और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है, साथ ही मोक्ष की प्राप्ति की संभावना भी बढ़ती है। इसे नियमित रूप से करने से व्यक्ति के जीवन में स्थायी रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।