निम्न लिखित बुध ग्रह मंत्र बहुत प्रभावशाली है। Tantramantra.in एक विचित्र वेबसाइट है जो की आपके लिए प्राचीन तंत्र मंत्र सिद्धियाँ टोन टोटके पुरे विधि विधान के साथ लाती है. तंत्रमंत्र कहता है सभी तांत्रिक मित्रों को इन कार्यविधियों को गुरु के मध्य नज़र ही करना चाहिये। तथा इन इलमो को केवल अच्छे कार्य में ही इस्तेमाल करना चाहिए!
Tantra Mantra लाया है आपके लिए बुध ग्रह मंत्र! यह मंत्र बहुत ही प्रभावशाली तथा असरदायी है कृपया इन्हे गुरु की देख रेख में ही सिद्ध करें! इन मंत्रो का गलत उपयोग करने का कभी न सोचे इससे आपको खुद भी चोट हो सकती है, आपके साथ हुई किसी भी प्रकार की अनहोनी के लिए TANTRA MANTRA ज़िम्मेदार नहीं होगा!
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Toggleबुध ग्रह के मंत्र एवं उपाय
बुध को चंद्र का पुत्र कहा गया है। पुराणों में भी बुध को चन्द्र ( चन्द्रमा ) की ‘पत्नी रोहिणी का पुत्र माना जाता है। प्रजापति दक्ष की जिन सत्ताइस कत्याओं का विवाह चन्द्र के साथ हुआ थ रोहिणी उन्हीं में से एक है; यह सभी सत्ताइस कन्याएँ आज भी सत्ताइस नक्षत्रों के रूप में जानी ज़ाती हैं। बुध , ग्रहों में सबसे छोटा है। कहां-कहाँ पर बुध को बृहस्पति का दूत भी बताया गया है। बुध ग्रह जिस समय सूर्य की गति का उल्लंघन करते हुए राशि संचरण करता है तो आंधो, तूफान, वर्षा अथवा सूखे की सूचना देता है। इसकी गति शुक्र की गति के समान है।
बुध ग्रह मुख्य रूप से व्यवसाय का प्रतिनिधि है, बुद्धि-विवेक और वाणिज्य का नियामक है। यह जाति से शूद्र तथा मस्तिष्क से वाणिक है। बुध ग्रह को अकेले होने की अवस्था में शुभ तथा पाप ग्रह से युक्त होने पर अशुभ की संज्ञा दी गई है। मिथुन और कन्या राशि का यह स्वामी है। सूर्य, शुक्र,राहु और केतु इसके अच्छे दोस्त हैं, चंद्रमा को यह अपना दुश्मन मानता है तथा मंगल और बृहस्पति न उसके दोस्त हैं न शत्रु अर्थात् यह दोनों बुध से समानुभूति रखते हैं।
बुध ग्रह को मजबूत करने के सरल एवं अचूक उपाय
- छोटी कन्याओ की सेवा करे और उन्हें दान करे
- प्रतिदिन सूर्य देव को जल अर्पित करे
- काली गाय की सेवा करे
- पिले केसर का तिलक लगाये
- दूध चावल चाँदी का दान मंदिर में दान करे
- प्रतिदिन गणेश जी की पूजा करे
- अपने भोजन का एक भाग कौआ को खिलाये
- साली के साथ गलत संबंध न बनाये
- किसी के साथ छल न करे
- शरीर में किसी भी रूप से सोना धारण करे
टोटकों से सम्बन्धित उपाय
बुध आदि ग्रह को अटल रखने के लिए अपनी थाली में से गाय, कुत्ते एवं कौए के लिए रोटी निकालने के पश्चात आप भोजन करे ऐसा करने से स्त्री, पुत्र, घन की प्राप्ति होगी और सेहत भी अच्छी रहेगी।
- बुध नीच वाले व्यक्ति बुधवार के दिन साबुत मूंग की दाल न खाएं।
- हरे रंग के कपड़े न पहनें।
- अपने घर की छत णर चौड़े पत्तों वाले पौधे, चक्की का पुड तथा बांस न रखें।
- नाक छिद॒दाकर उसमें 200 दिन तक चांदी डालकर रखें।
- मंगलवार की रात को मूंग भिगोकर रखें और बुध की प्रातः वह मूंग जानवरों को खिला दें।
श्री बुद्ध ग्रह मन्त्र
मंत्र
बुद्धश्यान्ति ब्रह्मयामि,
तेजस्वी यथा यथा सितम
अग्निहोत्री बुद्धग्रह अस्ती , पिताम्बरम्
तेजस्वी वनस्पतियायाम्
जमुष्डस्वति, भारयन्ति
शिरौमणी बुद्धयामि बुद्धयामि हाष्ययामी ,
जडस्वी पिताम्बरम् जाम्बनिम्न, तारिणी
चन्द्र सूर्य फिरूस्यति
जामनियागिरि बुद्धयामि,
फारस्वामि , कडस्वी , नम: यामि नम: यामि :
जडस्वी बुद्धयामि
इति सिद्धम्
बुध ग्रह के लिए
निवारण – सफ़ेद कपड़ा सवा मीटर लाओ उस कपड़े में हल्दी से 2। जगह 5 लिखो लिखकर पीपल पर लटका दो उस कपड़े पर 5 वह मनुष्य लिखेगा जिसके ऊपर बुध ग्रह दोष हो और सवा महीने तक गोचनी ओर दूध चढ़ाओ थोड़े गेहूं और थोड़े चने दूध में डालकर बुधवार के दिन पीपल पर चढ़ाओ इससे बुध ग्रह दशा समाप्त हो जायेगी।
अथवा
निवारण – सोमवार से लेकर बुधवार तक हर सप्ताह कनियर के वृक्ष पर दूध चढ़ायें और जिस दिन शुरूआत करें उस दिन कनियर के पेड़ पर संकल्प करके पेड़ की जड़ों में कलावा बाँध देवें पाँच सप्ताह तक यह कार्य विधि सोमवार से बुधवार तक करें, यह विधि करने से बुध की दृष्टि शुभ वातावरण में बदल जायेगी।
बुधदेव की दृष्टि नरम हेतु
सात दिनों तक गंगाजी पर रहो और ब्रह्मकुण्ड के अन्दर नहावो और नारियल को अपने ऊपर उतारकर गंगाजी में प्रवाहित करो और जय ब्रह्मदेव तीन बार कहो और नारियल प्रवाहित कर दो ओर आंठवें दिन अपने घर आ जाओ और घर आकर पाँच कन्याओ को मीठा भोजन कराओ यह विधि करने से बुध देव का दोष समाप्त हो जायेगा।