धन लक्ष्मी मंत्र: लक्ष्मी माता की उपासना के अद्भुत 20 लाभ
महाकाली ध्यानम्
खड्गं चक्र गदेषु चाप परिघां शूलं भुशुण्डीं शिरः,
शङ्खं सन्दधतीं करैः निनयते सर्वाभयां भक्तानाम्।
नीलाश्मद्युतिमास्य पाद दशकां सेवे महाकालिकां,
यामस्तौत्स्वपि हरौ कमलजो हन्यत्स्मृती केटकम्॥
महालक्ष्मी ध्यानम्
ॐ या सा पद्मासनस्था विपुलकटितटी पद्मपत्रायताक्षी।
गम्भीरावर्तनाभिः स्तनभरनमिता शुभ्रवस्त्रोत्तरीया॥
लक्ष्मीर्दिव्यैर्गजेन्द्रैः मणिगणखचितैः स्नापिता हेमकुम्भैः।
सा नित्यं पद्महस्ता मम वसतु गृहे सर्वमङ्गल्ययुक्ता॥
महासरस्वती ध्यानम्
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिः देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥
अग्नि पूजा चावल, पुष्प, घ्रन ले कर प्रत्येक मंत्र पर बोलते हुए महालक्ष्मी जी के पास छोड़ें।
- ॐ चपलायै नमः । पादौ पूजयामि
- ॐ चलायै नमः । जानुनी पूजयामि
- ॐ कान्तायै नमः । ऊरू पूजयामि
- ॐ कल्याण्यै नमः । नाभिं पूजयामि
- ॐ नमोनमः । जठरं पूजयामि
- ॐ विश्ववल्लभायै नमः । बखः स्थल पूजयामि
- ॐ कमलवासिन्यै नमः । हस्तौ पूजयामि
- ॐ घ्राणायै नमः । मुखं पूजयामि
- ॐ नेत्रायै नमः । नेत्रे पूजयामि
- ॐ त्रिव्यै नमः । शिरः पूजयामि
- ॐ महालक्ष्म्यै नमः । सर्वांगं पूजयामि
🔱 अष्टलक्ष्मी ध्यानम् धन धान्य धरा धर्म्मं कीर्तिंविजयमेव च। श्रीयम् । पूजाम सर्वकामानां अष्टलक्ष्मी प्ररूच्ह मे ॥ पञ्चाङ देवि सत्तम्यच मम वेश्मनि सन्निधां । यथा सपत भूर्तयां मुदां स्वयम तत्प्रसादतः॥
- ॐ आदि लक्ष्म्यै नमः।
- ॐ विद्यालक्ष्म्यै नमः।
- ॐ सौभाग्यलक्ष्म्यै नमः।
- ॐ अमृतलक्ष्म्यै नमः।
पूर्व
- ॐ आधा लक्ष्म्यै नमः।
दक्षिण
- ॐ सौम्या लक्ष्म्यै नमः।
पश्चिम
- ॐ कामलक्ष्म्यै नमः।
उत्तर
- ॐ योगलक्ष्म्यै नमः।
आग्नेय
- ॐ विजयलक्ष्म्यै नमः।
नेऋत्य
- ॐ अमृतलक्ष्म्यै नमः।
वायव्य
- ॐ सत्यलक्ष्म्यै नमः।
ईशान
- ॐ शान्तिलक्ष्म्यै नमः।
॥ कुबेर (तिजोरी) पूजनम् ॥
❖ ध्यानम् आवाहयामि देव त्वामिहागच्छ कृपां कुरु। कोषो वर्धस्व नित्यं त्वं परिरक्ष सुस्थिर॥ ❖ प्रार्थना धनाध्यक्षाय देवाय नर यानाय बोजिने। नमस्ते राज राजाय कुबेराय महात्मने॥
लक्ष्मी माता को हिंदू धर्म में धन, समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है। लक्ष्मी माता की पूजा से निम्नलिखित 20 लाभ प्राप्त होते हैं:
- धन की प्राप्ति: लक्ष्मी माता की कृपा से धन का प्रवाह बना रहता है।
- आर्थिक स्थिरता: परिवार में आर्थिक स्थिरता और संतुलन बना रहता है।
- कर्ज से मुक्ति: लक्ष्मी पूजा करने से कर्ज से छुटकारा मिलता है।
- व्यापार में उन्नति: व्यापार में वृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
- धन की बचत: अनावश्यक खर्चों में कमी आती है और बचत होती है।
- सुख-शांति: लक्ष्मी माता की कृपा से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
- उत्तम स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के मामले में भी उनकी कृपा होती है।
- विद्या और ज्ञान का आशीर्वाद: लक्ष्मी पूजा से ज्ञान और विद्या में वृद्धि होती है।
- सुखद परिवार जीवन: परिवार के सदस्यों में प्रेम और सौहार्द बना रहता है।
- समाज में सम्मान: लक्ष्मी कृपा से समाज में मान-सम्मान मिलता है।
- संपत्ति की वृद्धि: संपत्ति और जमीन-जायदाद में वृद्धि होती है।
- मनोबल में वृद्धि: आत्मविश्वास और मनोबल में बढ़ोतरी होती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: लक्ष्मी माता की पूजा से आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- किस्मत का साथ: जीवन में सफलता और किस्मत का साथ मिलता है।
- अवसरों का द्वार खुलता है: नए अवसर और काम की प्राप्ति होती है।
- परिवार की सुरक्षा: परिवार और संपत्ति की सुरक्षा होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- धार्मिक उन्नति: धार्मिकता और भक्ति में वृद्धि होती है।
- संपूर्ण सुख का अनुभव: जीवन के हर पहलू में सुख और संतोष प्राप्त होता है।
- समृद्ध जीवन: लक्ष्मी माता की कृपा से जीवन समृद्ध और खुशहाल होता है।
लक्ष्मी माता की उपासना से न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। उनकी कृपा से जीवन में हर प्रकार के समृद्धि का अनुभव होता है।
निष्कर्ष:
लक्ष्मी माता की पूजा और धन लक्ष्मी मंत्र का जप जीवन में समृद्धि और शांति लाने में सहायक होता है। इससे केवल आर्थिक लाभ ही नहीं मिलता, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन भी प्राप्त होता है। व्यापार में उन्नति, कर्ज से मुक्ति, परिवार में सुख-शांति, और समाज में मान-सम्मान जैसे लाभ लक्ष्मी माता की कृपा से प्राप्त होते हैं। जीवन के हर क्षेत्र में लक्ष्मी माता की उपासना से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो आत्मविश्वास और मनोबल को बढ़ाता है। उनका आशीर्वाद व्यक्ति को हर कठिनाई का सामना करने की शक्ति देता है,
जिससे जीवन में हर प्रकार की उन्नति और संतोष की प्राप्ति होती है। लक्ष्मी माता की कृपा से व्यक्ति के घर और परिवार में स्थाई सुख, शांति, और समृद्धि का वास होता है, जिससे जीवन संतुलित और खुशहाल बनता है।